रिपोर्ट-योगेंद्र गौतम
*नहीं रहे एनीमेशन फिल्मों के जन्मदाता भीमसेन खुराना*
*एक चिड़िया, अनेक चिड़िया का पाठ पढ़ाने वाले खुराना जी सदा के लिए विदा हो गए!*
वरिष्ठ फिल्मकार और भारत में एनीमेशन की शुरुआत करने वाले फिल्म निर्माता और निर्देशक भीमसेन खुराना का मुंबई में जुहू के एक हॉस्पिटल में गुर्दे फेल हो जाने के बाद निधन हो गया। वह 82 साल के थे। भीमसेन ने अमोल पालेकर, ज़रीना वहाब और डॉक्टर श्रीराम लागू की फिल्म घरोंदा का निर्देशन किया था।लेकिन, भीमसेन की पहचान एनीमेशन फिल्म निर्माता के तौर पर बनी।उनकी पहली एनीमेशन फिल्म (शॉर्ट) "द क्लाइंब" को शिकागो फिल्म फेस्टिवल में 'सिल्वर ह्यूगो अवार्ड' मिला।
देश में उन्हें जन जन तक पहुंचाया 1974 में राष्ट्रीय एकता पर बनी विजया मुले के साथ बनाई गई एनीमेशन फिल्म एक अनेक एकता ने।
इस फिल्म का गीत "एक चिड़िया, अनेक चिड़िया" अपने समय में बेहद लोकप्रिय हुआ।
छोटे बच्चों का यह प्रिय गीत बन गया था।आज के पकिस्तान के मुल्तान में 1936 में जन्मे भीमसेन ने फाइन आर्ट्स और क्लासिकल म्यूजिक में डिप्लोमा लखनऊ यूनिवर्सिटी से पाया। उनकी चर्चित फिल्मों में ना, एक-दो, फायर, मुन्नी, फ्रीडम इज अ थिन लाइ, मेहमान, कहानी हर ज़माने की और बिज़नेस इज पीपल के नाम उल्लेखनीय हैं।
1985 में भीमसेन फिर टेलीविज़न की ओर लौटे।उन्होंने छोटी बड़ी बातें, जैसा लोकप्रिय सिटकॉम बनाया।
उन्होंने दूरदर्शन के लिए देर आये दुरुस्त आये, शादी शादी, जीवन रहस्य, सेतु, रौशनी और कथनी करनी एक सी जैसी पॉपुलर डॉक्यूमेंट्री बनाई।
भारत का पहला कंप्यूटर एनीमेशन सीरियल लोक गाथा (1991) बनाने का सेहरा भी भीमसेन के सर है।
भीमसेन ने घरोंदा के अलावा उत्तम कुमार और शर्मीला टैगोर के साथ दूरियां का निर्देशन भी किया।
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