रिपोर्ट-मनोज दुबे
रामपाल ने उतारा था पुजारी को मौत के घाट
उन्नाव--
उन्नाव की एसपी पुष्पांजलि ने ग्राम पंचायत की एक मंदिर में रहने वाले पुजारी को मौत के घाट उतारने वाले शातिर अपराधी को आठ घंटे में ही पहुंचाया सलाखों के पीछे आरोपी को।
एसपी उंनाव की टीम का बहुत बड़ा गुड वर्क आठ घंटे में पुलिस ने खुलासा कर आरोपी को भेजा जेल दिए।
नगर पंचायत ऊगू कस्बा के तराई मोहल्ला स्थित सती देवी मंदिर में लूट के इरादे से घुसे गांव के ही रहने वाले युवक ने शनिवार की रात पुजारी के विरोध करने पर ईंट पत्थर से चेहरा कूच कर मौत के घाट उतार दिया था। सुबह मंदिर पहुंचे नाती व वृद्ध ने मंदिर की कोठरी में खून से लथपथ शव पड़ा देखा तब परिजनों को मामले की जानकारी हुई। रक्तरंजित शव देख ग्रामीणों में सनसनी फैल गई। जानकारी पर आईजी, एसपी, एसडीएम समेत एएसपी, सर्किल सीओ व छह थानों की फोर्स तथा डॉग स्कवायड व फील्ड यूनिट टीम ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। जांच में पुलिस ने पांच दिन पहले पत्नी व बच्चे के संग गांव आए युवक के अचानक फरार होने पर शक गहरा गया था। पुलिस ने कानपुर से आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया। देर रात एसपी ने वार्ता के दौरान घटना का खुलासा किया और बताया कि पूछताछ में युवक ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
फतेहपुर चौरासी थाना क्षेत्र के नगर पंचायत ऊगू के सोनिका मोहल्ला में रहने वाले वृद्ध शीतला प्रसाद चालीस वर्षो से सती देवी मंदिर के पुजारी थे। इससे पहले शीतला प्रसाद के पिता स्व. हरिशंकर उर्फ जंगली मंदिर के पुजारी थे। रविवार की सुबह मंदिर में बनी कोठरी के तख्त पर वृद्ध का खून से लथपथ शव पड़ा मिला। वृद्ध के नाती पियूष पुत्र रमेश व गांव के हीरा ने शव पड़ा देखा तो परिजनों को अवगत कराया। खबर फैलते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गई। घटनास्थल पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच उच्चाधिकारियों को जानकारी दी। सूचना पर आईजी सुजीत पाण्डेय, एसपी पुष्पांजलि, एसडीएम कृपा शंकर यादव, एएसपी अष्टभुजा प्रसाद सिंह समेत छह थाना क्षेत्रों की पुलिस व डॉग स्कवायड, फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस की जांच पड़ताल में गांव में रहने वाला रामपाल यादव की जानकारी ली तो पता चला कि पांच दिन पहले अपनी पत्नी व बच्चे के साथ चाचा चंदी के घर आया और ऊगू स्थित पप्पू के ढाबा पर रुक गया था। पुलिस के मुताबिक रामपाल 15 साल पहले खेती बेचकर कानपुर के थाना चौबेपुर सुनौड़ा गांव में रहने लगा था। रात में रामपाल को भी ग्रामीणों ने मंदिर के पुजारी के पास मौजूद देखा था। शनिवार की रात से रामपाल अपनी पत्नी व बच्चे के साथ गांव से लापता है। रामपाल के गांव से फरार होते पुलिस को शक हो गया था। पुलिस ने आठ घंटे के अंदर आरोपी रामपाल को पकड़ लिया और एसपी के सक्षम पेश कर दिया। देर रात एसपी ने पुलिस लाइन में वार्ता कर घटना का खुलासा कर दिया।
बेटे संतोष ने हत्या किए जाने की दी तहरीर
शीतला प्रसाद के घर से एक किलोमीटर दूरी पर सती देवी का मंदिर है। शीतला प्रसाद के तीन बेटों में रमेश, सुरेश और संतोष है। मृतक के तीन बेटों में रमेश, सुरेश व संतोष है। बीस साल पहले इनकी पत्नी बिन्देश्वरी की बीमारी से मौत हो गई थी। तब से मंदिर में स्थाई रूप से रहने लगे थे। मृतक के बेटे संतोष ने पिता की हत्या अज्ञात लोगों से किए जाने की तहरीर पुलिस में दी है। तहरीर में 5 हजार रुपए लूटे जाने की बात भी कहीं गई है।
हिरासत में लिए गए पुतानी से भी चल रही थी पूछताछ
गांव में रहने वाले राजाराम की चार साल पहले मौत होने पर इनकी पत्नी रामबेटी भी मंदिर की देखरेख करने के लिए रहने लगी थी। रामबेटी के तीन लड़के व एक बेटी है। ग्रामीणों के मुताबिक शनिवार की रात रामबेटी का बेटा पुतानी के अलावा गांव का ही एक युवक रामपाल यादव भी देखा गया है। पुलिस ने पुतानी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
सामग्री व चढ़ावा लूटने का था इरादा
मंदिर में प्रति माह तीस से पैंतीस हजार रुपए तक चढ़ावा भी आता है। शनिवार की रात लूट के इरादे से घुसे रामपाल ने पहले मंदिर में लगे घंटा और घंटियों को खोल लिया था। रामपाल जब पुजारी की जेब में हाथ डाला तो उसकी नींद खुल गई और पुजारी ने विरोध किया। इसी समय रामपाल ने पुजारी के चेहरे पर घूसे से वार कर अचेत कर दिया और ईंट से चेहरे पर हमला बोल दिया। जिससे नाक व आंख में गंभीर चोट लगने से पुजारी की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद मंदिर से चोरी किए गए घंटे व घंटियां मंदिर परिसर में फेंकते हुए भाग निकला था। पुलिस ने रामपाल के पास से धोती, कुर्ता, गर्म शाल, रुद्राक्ष की माला, पीतल का घंटा, रजाई खोल, हाथ घंडी और तीन हजार रुपए नगद बरामद कर लिया है।
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