आकांक्षा मिश्रा पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग कानपुर यूनिवर्सिटी
समाधान, नहीं खुदकुशी करना।
कानपुर-
पुलिस प्रशासन की लापरवाही से फिर गई एक होनहार छात्रा की जान।यह मामला छत्रपति शाहू महाराज विश्व विद्यालय का हैं। विश्वद्यालय की एक छात्रा ने बीते सोमवार को खुदखुशी कर ली। आजादी के 74 सालो बाद भी महिलाएं वही की वही है।आज भी महिलाएं मानसिक रूप में कमजोर हैं। जहाँ सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए अनेक कदम उठाये हैं।वही महिलाएं इसका सही इस्तेमाल नहीं कर पा रही हैं। उस छात्रा की मानसिक स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि जो उस छात्रा पर क्या गुजर रही होगी जिसकी वजह से उसने आत्महत्या के रास्ते को अपनाया। उसके साथ मे ही पढ़ने वाले सहपाठी ने उसके साथ इतनी बड़ी हरकत की जिसकी वजह से उसको खुदकुशी करनी पड़ी। पर हम लड़किया इतने कमजोर तो नहीं है कि कोई भी हमे कुछ कहे य छेड़छाड़ करे हमारे साथ और हम अपनी जिंदगी खत्म कर दे नहीं यही एक फैसला नहीं हैं हमारा हमे हिम्मत दिखानी होगी। न जाने कितनी लड़कियों के साथ ये घटनाएं होती होगी। पर अफ़सोस तब होता हैं जब पढ़े-लिखे बच्चे ऐसा काम करते हैं तो यह सुनकर बहुत दुख होता हैं। कि माता पिता अपने बच्चो को शिक्षा के लिए विद्यालय भेजते हैं जिससे उनका बच्चा सभ्य बन कर उनका नाम रोशन कर सकें वही बच्चे क्या करते हैं।पुलिस प्रशासन को भी अपनी जिम्मेदारी का ध्यान रखना चाहिए था जिससे कि यह घटना न घटती।
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