डग्गा मार बसो से परिवहन विभाग को लगा रहा हर महीने लाखों का चूना
कानपुर/
रामादेवी औग के मध्य संचालित प्राइवेट सीएनजी बसों की परमीशन कानपुर की सीमा रेखा सिकटिया पुरवा तक है।
लेकिन प्रशासन के रहमों करम से यह बसें औग कस्बे तक संचालित हो कर परिवहन विभाग को लाखों का चूना लगा रही हैं।
ऐसा नहीं इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन से लेकर जवाब देहो तक ना हो।
लेकिन जिसका जैसा पद वैसा ही उसको प्रसाद के रूप में चढ़ावा मिलता है।
तब बस संचालकों को आशीर्वाद जवाबदेहो के द्वारा मिल रहा है। पूर्व में भी कई हादसे हुए है।
विगत वर्ष छिवली नदी में एक विकराल हादसा हुआ था।
जिसमें कई लोगों की मौत हुई थी।
तब प्रशासन को नींद लगी थी उसके बाद तत्काल अवैध रूप से संचालित सीएनजी बसों की रोक लगा दी गई थी।
इसके बाद दीपावली पर्व मे पुनः चढ़ावा चढ़ने के बाद बसों का संचालन शुरू हो गया है।
मजे की बात यह है कि जब इस मामले में परिवहन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि औग कस्बा किस रूट में पड़ता है।
यह भी बताओ जबकि यही जवाबदेह अधिकारी सुबह से लेकर शाम तक औग थाना क्षेत्र में ही अपने हमराहियों के साथ ओवरलोड ट्रकों को पकड़ कर वसूली कर रहे हैं।
उसके बाद भी इन महाशय को औग थाना क्षेत्र की जानकारी ना होना ताजुब की बात है।
सूत्रों की मानें तो बस संचालक इन्हीं को सबसे बड़ा चढ़ावा चढ़ाते हैं।
इन्हीं के रहमों करम से बसे संचालित हो रही हैं।
कुछ करीबी सूत्रों की माने तो बसों के संचालन की जिम्मेदारी निभाने वाला व्यक्ति बाकायदा एक सत्ता पक्ष के मंत्री को हर महीने चढ़ावा चढ़ाने की बात कह रहा है।
अब तो एक ही उम्मीद बची है जिलाधिकारी महोदय ही अवैध बसों के संचालन में लगाम लगा सकते है।
संवादाता
संदीप कुमार यादव
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