अधिकारियों की उदासीनता के चलत रोडवेज की बसें कई महीनो से बंद
रिपोर्ट - अमित मिश्रा
गरौठा झांसी |वैसे तो सरकार की मंशा है कि सबका साथ सबका विकास और योगी सरकार खासतौर से ग्रामीणों को ज्यादा सुबिधा देने के लिए कटिबद्ध है |लेकिन परिवहन विभाग के आधिकारियो की उदासीनता के कारण झांसी से ककरबई चलने वाली डिपो की बसें कई महीनो से नही चल रही है |जिससे सैकड़ों गांव के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है |वैसे ही गरौठा तहसील झांसी जिले की अति पिछड़ी तहसील है इसके बावजूद भी अधिकारियों की उदासीनता तो देखें कि झांसी से जो रोडवेज की गाड़ियां ककरबई जाती है उसको बंद किए कई महीने हो गये| पहले तो आरएम साहब एक बहाना बना दिया करते थे कि स्टाफ की कमी है अब तो परिचालकों की भर्ती भी हो चुकी है| और परिचालक भी पर्याप्त है लेकिन झांसी से गरौठा ककरबई बस नही भेजी जाती है जिससे बरमाईन घटियारी प्रतापपुरा क ककरबई हीरा नगर कचीर धमनौड खरवाच ठर्रो प्रतापपुरा मछलीकांच साहित सैकड़ों गांव के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है |आखिर परिबहन बिभाग के आधिकारी कब तक अपनी हठधर्मिता पर बने रहेगे और लोगों को परेशानी का सामना करने को मजबूर करते रहेंगे यदि शीघ्र ही इन लोगों की पुकार नहीं सुनी गई तो यह लोग जिलाधिकारी झांसी को ज्ञापन सौंपकर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार से डिपो चलबाये जाने की मांग करेगे |अगर फिर भी नहीं सुनी जाती है तो अनशन करने को विवश हो जायगे जिसकी जिम्मेबारी परिबहन बिभाग के आधिकारी व कर्मचारियो की होगी| ग्रामीणों ने जल्द से जल्द झांसी से ककरवई तक रोडवेज बसें चलाए जाने की मांग की है
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