बगहा :- चंपारण आदिवासी उराँव महासभा द्वारा 33वां वार्षिक कारमा धारमा पुजन महोत्सव किया गया आयोजन।
बगहा संवाददाता दिवाकर कुमार
बगहा(14अक्टूबर2018):-बगहा प्रखंड दो के सेमरा बाजार, आवासीय उच्च विद्यालय सिधाव एव चम्पारण आदिवासी उरांव कार्यालय डढिया गांव मे 33वां वार्षिक कारमा धारमा पुजन महोत्सव संपन्न हुआ ।पहले यह पूजन कार्यक्रम आदिवासी उरांव महासभा पश्चिम चम्पारण के दारा पुरे बिहार मे यह कार्यक्रम एक ही जगह पर मनाया जाता था।अब यह पुजन महोत्सव तीन- तीन जगहो पर मनाया जाता हैं।बगहा दो प्रखण्ड के म धारिया,सेमरा बाजार,आदिवासी हाई स्कूल रतनपुरवा पूजन महोत्सव का समापन हुआ। यह कार्यक्रम इस वर्ष से शुरू हुआ है। वही सेमरा बजार के करमा धरमा पुजा मे मुख्य अतिथि के रूप मे बिनोद नारायण झा,माननीय मंत्री लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण बिभाग बिहार सरकार माननीय मंत्री कृष्ण कुमार ॠषि,रामचन्द्र प्रसाद सिंह,राष्ट्रीय महासचिव जदयू सह राज्य सभा सासंद एव सुश्री अनुसूचित जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष व वाल्मीकिनगर सासंद सतीश चन्द्र दुबे,बगहा विधायक राघव शरण पांडेय ,समीर उरांव राज्य सभा सदस्य नइ दिल्ली । सिधाव मे मुख्य अतिथि व उद्घाटन करता रामचंद्र प्रसाद सिंह, बिशिट अतिथि मदन सहनी माननीय खाद्य उपभोक्ता एव संरक्षण बिभाग सह परभारी पश्चिमी चम्पारण खुर्शीद आलम गन्ना मंत्री सह अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री माननीय मंत्री डाक्टर रमेश ॠषि देव,राजेश उरांव,रत्न उरांव,सुरेन्द्र उरांव ने बताया कि 33वां वार्षिक कारमा धर्मा पुजनोत्सव चम्पारण आदिवासी उरांव महासभा प्रधान कार्यालय डढिया के तत्वाधान मे तीनो जगह पर धूमधाम से सम्पन्न हुआ।वही बगहा दो प्रखंड के राजकीय अनुसूचित जनजाति 10+2 विद्यालय सिधांव रतनपुरवा में चंपारण आदिवासी उराँव महासभा द्वारा करमा धरमा पूजा महोत्सव का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता उराँव महासभा के अध्यक्ष सुरेश उराँव ने किया।मुख्य अतिथि एवं उद्घाटनकर्ता राष्ट्रीय महासचिव सह राज्यसभा सांसद रामचन्द्र प्रसाद सिंह एवं विशिष्ट अतिथि खाद्य मंत्री उपभोक्ता एवं संरक्षण विभाग बिहार सरकार स प्रभारी संरक्षण विभाग व प्रभारी मंत्री जिला पश्चिम चंपारण मदन सहनी रहे।वही राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने 33वां वार्षिक करमा धरमा पूजन महोत्सव में संबोधित करते हुए कहा कि बहुत अच्छा लगा कि आज मैं आपके सबके बीच हूँ। और यह पूजन महोत्सव का दृश्य देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।और सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं को विस्तृत रूप बताते हुए उस योजनाओं से लाभान्वित होने का कहा।वही करमा पूजा वास्तव में प्रकृति की पूजा है इसे जिला पश्चिम चंपारण में प्रत्येक वर्ष हर्षोल्लास के साथ स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है। 13 अक्टूबर 1985 को चंपारण आदिवासी(उराँव) महासभा का गठन हुआ।उसी वर्ष से चंपारण में प्रत्येक वर्ष इस प्राकृतिक पर्व को खूब धूमधाम से उराँव समाज के लोगों द्वारा मनाया जाता हैं। यह पर्व प्रकृति के साथ ही साथ कर्म पर आधारित पर्व है। आदिवासी समाज पूर्ण रूप से कर्म पर आधारित समाज हैं। इस दिन करम की डाली को काटकर लाया जाता हैं।और रात भर संस्कृतिक कार्यक्रम के साथ पूजा कर सुबह में विसर्जन कर दिया जाता है बहने अपने भाई को नए अन्न खिलाती हैं। इसलिए इसे भाई बहन का पर्व भी कहा जाता है।
मौके पर तीनो जगहों के पूजन महोत्सव में तमाम उराँव समाज के लोगों सहित जदयू व भाजपा पार्टी के तमाम जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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