स्वयं सहायता समूह के द्वारा महिलाओं को मिलेगा सम्मान।
बगहा(29जुलाई2018):- बगहा प्रखंड दो के पंचायत राज बकुली पचगांवा के ग्राम बहुअरवा की महिलाओं ने जीविका पदाधिकारी के सहयोग से गांव सीएम दीदी के चुनाव किए एसी उन्होंने और सीएम दीदी ने जीविका समूह बनाने से क्या फायदे होते है। बैठकर उनको समझाया। पहले तो महिलाएं समूह में नही जुड़ना चाहती थी, उनको लगता था कि ये लोग उसमें पैसा जमा करवा कर भाग जाएंगे, लेकिन जब उनके साथ बराबर बैठक करने लगी तो उनको लगा की ये मेरे भले के बारे में ही बात कर रहे हैं। उसके बाद से महिलाएं सक्रिय होकर बैठक करने लगी। फिर उन्होंने बचत किए गए पैसे से कम ब्याज में पैसे समूह से मिलने लगा।आज उनके बीच कोई भी साहूकार ब्याज में पैसे बाटने नही आता हैं। सरकार के द्वारा भी उनको कम ब्याज में पैसे मिल जा रहा हैं। उसी गांव की महिलाओं ने एक बार जब बैठक कर रहे थे तो उसी समूह की अध्यक्ष दीदी रमावती देवी ने उनके बीच एक रोजगार से सम्मानित बात करने लगी कि हम लोग कब तक पैसा जमा कर बचत करेंगे।यदि इस बचत के पैसा और सरकार से लोन लेकर हमे कोई रोजगार की व्यवस्था करनी चाहिए, तभी समूह के ओर से दीदी ने कहा कि इस तरह का हमसे काम नही हो सकता हैं।लेकिन बहुत सी दीदीओं ने कहा कि नही हमें रोजगार की व्यवस्था करनी चाहिए.तभी एक दीदी ने कहा कि अब जंगल बन्द हो गया हैं।जंगल से पता नही आ पाता हैं। जिससे शादी व्याह में खाने में बहुत परेशानी होती हैं। अगर पतल बनाने वाला मशीन मिल हो जाए तो बहुत अच्छा होता.तब तक अध्यक्ष दीदी ने बोली की मैं अपने पति से इस बात को रखूंगी की क्या आप मशीन की व्यवस्था करवा सकते हैं.उसके बाद उनके पति दिल्ली जाकर पेपर प्लेट की मशीन खरीद लाए जब उन्होंने बतलाया कि जीविका की दीदी के लोगों के लिए हैं।.तो उसने भी मशीन के कीमत में 10,000(दस हजार) रुपया तक कम कर दिया.आज समूह के दीदी लोग बैक एवं समूह के पैसे से मशीन लगाया हैं और रोजगार उन्हें मिल रहा हैं। वे खेतों में न जाकर वे स्वयं का काम कर अच्छा पैसा बचा ले रही हैं।प्लेट,नजदीक बाजार बगहा, हरनाटांड़ और आस पास की चौक-चौराहे की दुकानों एवं गांव में शादी व्याह के अवसर पर भी ले जाया करते है।। इस प्रकार आज बगहा 2 की महिलाएं जीविका के सहयोग से उनका आर्थिक सामजिक जीवन मे भी सुधार होता जा रहा हैं।जीविका आने वाले समय मे भारत को नई दिशा देने का भी काम करेंगी।
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