रिपोर्टर जितेंद्र कुमार पांचाल
मुरादाबाद: डीजीपी की भ्रष्टाचार खत्म करने की कोशिश मुरादाबाद पुलिस के सामने दम तोड़ रही है। भगतपुर पुलिस ने एक ट्राली रेत भरने के एवज में पहले 12 बीयर और 25 अंडे मंगाकर पार्टी कराई। उसके बाद ट्रैक्टर ट्राली को पकड़कर थाने ले आई। आरोप है कि उसे छोड़ने के लिए एक लाख रुपये की माग की। बाद में 37 हजार में सौदा तय हुआ। रकम देने के बाद ही ट्रैक्टर ट्राली को छोड़ा। पीड़ित ने एसएसपी से मामले की शिकायत की। सीओ ठाकुरद्वारा को मामले की जाच सौंपी गई है।
ये है पूरा मामला
पीड़ित आविद अली भगतपुर के ऊधोपुरा गाव का रहने वाला है। वह वेल्डिंग का काम करता है। एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में उसने लिखा कि घर के काम के लिए एक ट्राली रेत ले जाने के लिए भगतपुर के हल्का इंचार्ज से बात की। उस वक्त दो सिपाही भी मौजूद थे। हल्का इंचार्ज ने रेत के बदले दावत में एक दर्जन बीयर और 25 अंडे की डिमाड की। सभी सामान लाकर देने के बाद पुलिस ने पार्टी की। इसके बाद हल्का इंचार्ज ने सुबह रेत भरने का सर्टिफिकेट जारी कर दिया। बकौल आविद सुबह रेत भरकर घर जा रहे थे तभी पुलिस वालों ने पकड़ लिया। लात-घूसों से मारपीट की। रात में पार्टी लेने की बात पुलिस कर्मियों से कही तो वह और आग बबूला हो गए। ट्रैक्टर ट्राली छोड़ने के लिए एक लाख रुपये की डिमाड की। बाद में 37 हजार रुपये पर बात बन गई। पैसे देने पर पुलिस वालों ने ट्रैक्टर ट्राली छोड़ दी। एसएसपी जे रविन्दर गौड का कहना है कि सीओ ठाकुरद्वारा से पूरे घटनाक्रम पर रिपोर्ट मागी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
डीजीपी की भ्रष्टाचार खत्म करने की कोशिश
मुरादाबाद: डीजीपी की भ्रष्टाचार खत्म करने की कोशिश मुरादाबाद पुलिस के सामने दम तोड़ रही है। भगतपुर पुलिस ने एक ट्राली रेत भरने के एवज में पहले 12 बीयर और 25 अंडे मंगाकर पार्टी कराई। उसके बाद ट्रैक्टर ट्राली को पकड़कर थाने ले आई। आरोप है कि उसे छोड़ने के लिए एक लाख रुपये की माग की। बाद में 37 हजार में सौदा तय हुआ। रकम देने के बाद ही ट्रैक्टर ट्राली को छोड़ा। पीड़ित ने एसएसपी से मामले की शिकायत की। सीओ ठाकुरद्वारा को मामले की जाच सौंपी गई है।
ये है पूरा मामला
पीड़ित आविद अली भगतपुर के ऊधोपुरा गाव का रहने वाला है। वह वेल्डिंग का काम करता है। एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में उसने लिखा कि घर के काम के लिए एक ट्राली रेत ले जाने के लिए भगतपुर के हल्का इंचार्ज से बात की। उस वक्त दो सिपाही भी मौजूद थे। हल्का इंचार्ज ने रेत के बदले दावत में एक दर्जन बीयर और 25 अंडे की डिमाड की। सभी सामान लाकर देने के बाद पुलिस ने पार्टी की। इसके बाद हल्का इंचार्ज ने सुबह रेत भरने का सर्टिफिकेट जारी कर दिया। बकौल आविद सुबह रेत भरकर घर जा रहे थे तभी पुलिस वालों ने पकड़ लिया। लात-घूसों से मारपीट की। रात में पार्टी लेने की बात पुलिस कर्मियों से कही तो वह और आग बबूला हो गए। ट्रैक्टर ट्राली छोड़ने के लिए एक लाख रुपये की डिमाड की। बाद में 37 हजार रुपये पर बात बन गई। पैसे देने पर पुलिस वालों ने ट्रैक्टर ट्राली छोड़ दी। एसएसपी जे रविन्दर गौड का कहना है कि सीओ ठाकुरद्वारा से पूरे घटनाक्रम पर रिपोर्ट मागी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
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