*तरकुलवा में तनाव*
रिपोर्ट - दिवाकर कुमार
चौतरवा:-बगहा एक प्रखंड के इंग्लिशिया पंचायत अंतर्गत तरकुलवा गाँव के रास्ता का विवाद अब थमने का नाम नहीं ले रहा है हैं। पिछले पंचायत चुनाव के समय यह गाँव पूरी तरह से जल गया था।तत्कालीन एसडीएम धर्मेंद्र कुमार के आदेश पर सभी पंचायत प्रत्याशी यथा संभव गाँव की मदद किए।गाँव के मुखिया प्रत्याशी नागमणि दुबे उर्फ पप्पू दुबे को यह नागवार गुजरा और गाँव में जगह जगह रास्ता बंद करवाने का काम शुरू कर दिए।रास्ते का विवाद अब उग्र रूप ले लिया है।एक तरफ गाँव के मजबूर व गरीब ग्रामीण जिनकी रास्ता बंद हैं। तो दूसरी तरफ रास्ता बंद कराने वाले दबंग।
ग्रामीणों का कहना है कि इस रास्ते को खुलवाने के लिए हम आम ग्रामीण एकेक कर सबके दरवाजे खटखटा चुके हैं न तो कोई जनप्रतिधि ही हमारी आवाज सुनते हैं और न प्रशासन, थक हारकर हम बंदी जीवन जीने के लिए विवश हैं।
बिहार सरकार की सात निश्चय योजना से कुछ आस जगी (हर घर को नाली, हर घर को सड़क)मगर इस गाँव के लिए वो फिसड्डी साबित हुआ।
कुछ दिन पहले स्थानीय विधायक राघव शरण पाण्डेय जी के पहल पर भी रास्ता खुलने की आस जगी थी,मगर पप्पू दुबे के राजनीतिक दबाव के कारण इस पहल का भी परिणाम नहीं निकला।बताते चलें कि नागमणि दुबे उर्फ पप्पू दुबे भाजपा के पंचायत अध्यक्ष हैं।
अब रास्ता खुलवाने का जिम्मा बगहा जिला निर्माण मंच ने लिया है।मंच के तरकुलवा इकाई के अध्यक्ष सोबरन चौधरी ने बताया कि मंच के पहल पर एक पंचायत मुखिया पति हरेन्द्र राव की अध्यक्षता में बैठाया गया था।जिसमें न तो पप्पू दुबे ही आए और न रास्ता बाधित करने वाले तपी यादव व तपेसर यादव ही आए, उसके बाद आम ग्रामीणों द्वारा बगहा एसडीएम को एक शिकायत पत्र दिया गया हैं।शिकायत पत्र देने के कारण आम ग्रामीणों को दबंगों द्वारा भिन्न भिन्न तरीकों से प्रताड़ित किया जा रहा है। ग्रामीण विभीषण पासवान ने कहा कि स्थानीय मुखिया द्वारा सड़क निर्माण कार्य शुरू होते ही बचें हुए रास्तों पर फिर से दबंगों द्वारा दीवार खड़ा किया जाने लगा जिसकी शिकायत थाने पर दी गई।थाना द्वारा दीवार उठाने का कार्य बंद करा दिया गया है।
ग्रामीण विश्वनाथ बैठा सहित दर्जनों लोगों ने बताया की अब जाँच होगा, सी ओ साहब आएंगे उनके इंतजार में हमलोग प्रतिदिन रहते हैं।देखें प्रशासन हमें न्याय दिलाती हैं कि नहीं।हालांकि गोली चलने की आवाज से हम आम ग्रामीण आज भी दहशत में है।
ग्रामीण राधाकांत उपाध्याय ने कहा कि अगर रास्ता का निदान नहीं निकलता है तो हम सभी ग्रामीण कलक्टर साहब के पास जाएंगे।
*सड़क बिना बंदी की जीवन जी रहे हैं ग्रामीण*
*मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना कहाँ हैं धरातल पर*रिपोर्ट - दिवाकर कुमार
चौतरवा:-बगहा एक प्रखंड के इंग्लिशिया पंचायत अंतर्गत तरकुलवा गाँव के रास्ता का विवाद अब थमने का नाम नहीं ले रहा है हैं। पिछले पंचायत चुनाव के समय यह गाँव पूरी तरह से जल गया था।तत्कालीन एसडीएम धर्मेंद्र कुमार के आदेश पर सभी पंचायत प्रत्याशी यथा संभव गाँव की मदद किए।गाँव के मुखिया प्रत्याशी नागमणि दुबे उर्फ पप्पू दुबे को यह नागवार गुजरा और गाँव में जगह जगह रास्ता बंद करवाने का काम शुरू कर दिए।रास्ते का विवाद अब उग्र रूप ले लिया है।एक तरफ गाँव के मजबूर व गरीब ग्रामीण जिनकी रास्ता बंद हैं। तो दूसरी तरफ रास्ता बंद कराने वाले दबंग।
ग्रामीणों का कहना है कि इस रास्ते को खुलवाने के लिए हम आम ग्रामीण एकेक कर सबके दरवाजे खटखटा चुके हैं न तो कोई जनप्रतिधि ही हमारी आवाज सुनते हैं और न प्रशासन, थक हारकर हम बंदी जीवन जीने के लिए विवश हैं।
बिहार सरकार की सात निश्चय योजना से कुछ आस जगी (हर घर को नाली, हर घर को सड़क)मगर इस गाँव के लिए वो फिसड्डी साबित हुआ।
कुछ दिन पहले स्थानीय विधायक राघव शरण पाण्डेय जी के पहल पर भी रास्ता खुलने की आस जगी थी,मगर पप्पू दुबे के राजनीतिक दबाव के कारण इस पहल का भी परिणाम नहीं निकला।बताते चलें कि नागमणि दुबे उर्फ पप्पू दुबे भाजपा के पंचायत अध्यक्ष हैं।
अब रास्ता खुलवाने का जिम्मा बगहा जिला निर्माण मंच ने लिया है।मंच के तरकुलवा इकाई के अध्यक्ष सोबरन चौधरी ने बताया कि मंच के पहल पर एक पंचायत मुखिया पति हरेन्द्र राव की अध्यक्षता में बैठाया गया था।जिसमें न तो पप्पू दुबे ही आए और न रास्ता बाधित करने वाले तपी यादव व तपेसर यादव ही आए, उसके बाद आम ग्रामीणों द्वारा बगहा एसडीएम को एक शिकायत पत्र दिया गया हैं।शिकायत पत्र देने के कारण आम ग्रामीणों को दबंगों द्वारा भिन्न भिन्न तरीकों से प्रताड़ित किया जा रहा है। ग्रामीण विभीषण पासवान ने कहा कि स्थानीय मुखिया द्वारा सड़क निर्माण कार्य शुरू होते ही बचें हुए रास्तों पर फिर से दबंगों द्वारा दीवार खड़ा किया जाने लगा जिसकी शिकायत थाने पर दी गई।थाना द्वारा दीवार उठाने का कार्य बंद करा दिया गया है।
ग्रामीण विश्वनाथ बैठा सहित दर्जनों लोगों ने बताया की अब जाँच होगा, सी ओ साहब आएंगे उनके इंतजार में हमलोग प्रतिदिन रहते हैं।देखें प्रशासन हमें न्याय दिलाती हैं कि नहीं।हालांकि गोली चलने की आवाज से हम आम ग्रामीण आज भी दहशत में है।
ग्रामीण राधाकांत उपाध्याय ने कहा कि अगर रास्ता का निदान नहीं निकलता है तो हम सभी ग्रामीण कलक्टर साहब के पास जाएंगे।
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