हरनाटांड़ में थारू बौद्धिक विचार सम्मेलन शुरू, सम्मेलन में शामिल हुए बिहार, यूपी, उत्तराखंड और नेपाल के थारू समुदाय के प्रतिनिधि
हरनाटांड़ में थारू बौद्धिक विचार सम्मेलन शुरू, सम्मेलन में शामिल हुए बिहार, यूपी, उत्तराखंड और नेपाल के थारू समुदाय के प्रतिनिधि
द्विवार्षिक सम्मेलन के पहले चरण में शिक्षा के विकास पर हुई चर्चा
रिपोर्ट-संतोष कुमार
हरनाटांड़, संवाद सूत्र: भारतीय थारू कल्याण महासंघ के बैनर तले थारू बौद्धिक विचार मंच द्विवार्षिक सम्मेलन शनिवार को थरुहट की राजधानी कहे जाने वाली हरनाटांड़ स्थित उच्च प्लस टू विद्यालय के प्रांगण में संपन्न हुआ। उक्त सम्मेलन की अध्यक्षता डॉ. शारदा प्रसाद व संचालन दृगनारायन खतईत, शम्भू राय व विभा कुमारी ने संयुक्त रूप से किया। उक्त कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि सह सेवा निवृत्त आयुक्त यूपी के चंद्र राम चौधरी, नेपाल के उपाध्यक्ष कन्नू लाल चौधरी, विशिष्ट अतिथि थारू महासभा यूपी के अध्यक्ष विजय बहादुर चौधरी व भारतीय थारू कल्याण महासंघ के अध्यक्ष दीपनारायण प्रसाद आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
सम्मेलन का मुख्य बिंदु बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश उत्तराखंड तथा नेपाल के बुद्धिजीवी थारुओं को एक मंच पर लाना रहा। चंपारण के थारू जो अनेक सरकारी एवं गैर सरकारी विभागों में कार्यरत हैं। इस सम्मेलन में शिरकत किए इन लोगों ने थारुओं के एकता पर विशेष जोर दिया। थारूओं के सामाजिक, आर्थिक तथा शैक्षणिक विकास पर इनका विशेष ध्यान रहा। थारू तथा अन्य जनजातियों का बिहार के सरकारी नौकरियों में मात्र एक प्रतिशत आरक्षण प्राप्त है। इसे बढ़ाकर दो प्रतिशत से अधिक करने के लिए राज्य सरकार से अनुरोध किया गया है। भारतीय थारू कल्याण महासंघ के अध्यक्ष दीप नारायण प्रसाद ने थारू बौद्धिक विचार मंच पर विशेष प्रकाश डाला। इस मौके पर उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड व नेपाल के थारू नेताओं ने भी अपनी एकजुटता दिखाते हुए थारूओं को मजबूत बनाने पर विचार किया। कई नेताओं ने आने वाले चुनाव में एकजुट होकर राजनीतिक विकास पर भी चर्चा किया। इस मौके पर राणा थारु परिषद खटिया उत्तराखंड के गोपाल सिंह राणा, राणा थारु परिषद खटिया उत्तराखंड के रमेश चंद्र राणा, वरीय सदस्य खटिया उत्तराखंड जयराम पंजियार, डॉ. कृष्णमोहन राय राजकुमार लेखी, महेश्वर काजी, डॉ. राजू प्रसाद, डॉ प्रेम नारायण प्रसाद व न्यायाधीश राजेश गौरव के साथ सैकड़ों थारू नेता व महिलाएं उपस्थित रहे।
द्विवार्षिक सम्मेलन के पहले चरण में शिक्षा के विकास पर हुई चर्चा
रिपोर्ट-संतोष कुमार
हरनाटांड़, संवाद सूत्र: भारतीय थारू कल्याण महासंघ के बैनर तले थारू बौद्धिक विचार मंच द्विवार्षिक सम्मेलन शनिवार को थरुहट की राजधानी कहे जाने वाली हरनाटांड़ स्थित उच्च प्लस टू विद्यालय के प्रांगण में संपन्न हुआ। उक्त सम्मेलन की अध्यक्षता डॉ. शारदा प्रसाद व संचालन दृगनारायन खतईत, शम्भू राय व विभा कुमारी ने संयुक्त रूप से किया। उक्त कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि सह सेवा निवृत्त आयुक्त यूपी के चंद्र राम चौधरी, नेपाल के उपाध्यक्ष कन्नू लाल चौधरी, विशिष्ट अतिथि थारू महासभा यूपी के अध्यक्ष विजय बहादुर चौधरी व भारतीय थारू कल्याण महासंघ के अध्यक्ष दीपनारायण प्रसाद आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
सम्मेलन का मुख्य बिंदु बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश उत्तराखंड तथा नेपाल के बुद्धिजीवी थारुओं को एक मंच पर लाना रहा। चंपारण के थारू जो अनेक सरकारी एवं गैर सरकारी विभागों में कार्यरत हैं। इस सम्मेलन में शिरकत किए इन लोगों ने थारुओं के एकता पर विशेष जोर दिया। थारूओं के सामाजिक, आर्थिक तथा शैक्षणिक विकास पर इनका विशेष ध्यान रहा। थारू तथा अन्य जनजातियों का बिहार के सरकारी नौकरियों में मात्र एक प्रतिशत आरक्षण प्राप्त है। इसे बढ़ाकर दो प्रतिशत से अधिक करने के लिए राज्य सरकार से अनुरोध किया गया है। भारतीय थारू कल्याण महासंघ के अध्यक्ष दीप नारायण प्रसाद ने थारू बौद्धिक विचार मंच पर विशेष प्रकाश डाला। इस मौके पर उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड व नेपाल के थारू नेताओं ने भी अपनी एकजुटता दिखाते हुए थारूओं को मजबूत बनाने पर विचार किया। कई नेताओं ने आने वाले चुनाव में एकजुट होकर राजनीतिक विकास पर भी चर्चा किया। इस मौके पर राणा थारु परिषद खटिया उत्तराखंड के गोपाल सिंह राणा, राणा थारु परिषद खटिया उत्तराखंड के रमेश चंद्र राणा, वरीय सदस्य खटिया उत्तराखंड जयराम पंजियार, डॉ. कृष्णमोहन राय राजकुमार लेखी, महेश्वर काजी, डॉ. राजू प्रसाद, डॉ प्रेम नारायण प्रसाद व न्यायाधीश राजेश गौरव के साथ सैकड़ों थारू नेता व महिलाएं उपस्थित रहे।
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