इंसाफ के लिए भटक रहा पत्रकार।
मऊ
पत्रकार रूपेश श्रीवास्तव 18 वर्ष कोइरियापर-मऊ का है इसे 4 दिसंबर 2017 को कुछ लड़को ने इसे मार कर इनका हाथ की उंगली काट दी गयी है और इनका पैर तोड़ दिया गया है और अकबरपुर रेलवे लाइन पर फेक दिया गया था इसे वहां के पुलिस ने सरकारी अस्पताल मे भर्ती कराया और इलाज करवया और फिर इनके घरवालो ने इनको प्राइवेट अस्पताल मे भर्ती कराया और थाना मुहम्मदाबाद गोहना मैं इसकी रिपोर्ट दर्ज कराया वो भी नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई फिर पुलिस ने थोड़ी बहुत छान-बिन की और चुप हो गयी और आज तक कुछ भी नही की है पुलिस की इसी लापरवाही से क्राइम इतना बढ़ गया है पुलिस पैसे लेकर चुप-चाप शांत हो जाती है और क्राइम इतना बढ़ जाता है ये लड़का अपने हुए अत्याचार के इंसाफ के लिए बैठा है और इनका परिवार भी और जिन्होंने ये काम किया है वो खुले आम घूम रहे है यही है मोदी सरकार उनके राज मैं ऐसा हो रहा है और ये अभी भी इंसाफ के इन्तेज़ार में है और इनका परिवार भी ।।।।
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