रिपोर्ट - योगेंद्र गौतम
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद इकाई की बैठक हुई आयोजित
उन्नाव-
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद इकाई उन्नाव के जिला अध्यक्ष बृजेश कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में शिक्षक/ शिक्षिकाओं की समस्याओं को देखते हुए एक बैठक निराला उद्यान पार्क में की गयी। जिसमें कई समस्याओं पर चर्चा परिचर्चा की गयी। बैठक में प्रतिभाग कर रहे जिला एवम् ब्लॉक के पदाधिकारियों ने तीन प्रमुख समस्याओं को प्रमुखता उठाया। बैठक के पश्चात प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष बृजेश कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में जनपदभर के पदाधिकारियों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी वी0के0 शर्मा को तीन सूत्रीय मांगों का ज्ञापन देकर तीनों समस्याओं का शीघ्र निस्तारण कराने की माँग की। इस मौके पर प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष बृजेश कुमार पाण्डेय,संजीव संख्वार कोषाध्यक्ष व राकेश बघेल,रामनाथ मौर्य, बिछिया ब्लॉक अध्यक्ष वेद नारायण मिश्रा, सुमेरपुर ब्लॉक अध्यक्ष प्रेम शंकर चौधरी व मंत्री धर्मेश श्रीवास्तव, ब्लॉक सिकन्दरपुर कर्ण के युवा शिक्षक नेता विवेक कुमार द्विवेदी व देश दीपक पाण्डेय, असोहा के अध्यक्ष सन्दीप द्विवेदी, संजीव संखवार, बीघापुर ब्लॉक के अध्यक्ष जय शंकर जी एवम् मंत्री विश्व नाथ सिंह, हिलौली ब्लॉक अध्यक्ष विकास सिंह, सरोसी ब्लॉक अध्यक्ष दिलीप बाजपेई, नवावगंज विनोद तिवारी, बांगरमऊ से राम सिंह कन्नौजिया, गंज मुरादाबाद से अजय कटियार, पुरवा से गजेन्द्र वर्मा, एफ-84 मदन गोपाल,सफीपुर राघवेन्द्र सिंह ,हसन गंज सूर्यकान्त यादव, जिला मीडिया प्रभारी कयामुद्दीन आदि शिक्षक पदाधिकारी मौजूद रहे।
बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत संचालित कक्षा 1 से 8 तक के परिषदीय स्कूलों स्कूलों में महिला शिक्षकों की संख्या अधिक है। 15 मई को वट सावित्री पूजा में महिलाएं व्रत रख कर पूजा करती हैं। यह त्यौहार अधिकांशतः ग्रीष्मावकाश में पड़ता था। जिसके कारण महिलाओं को अवकाश की आवश्यकता नहीं पड़ती थी। लेकिन यह पर्व इस वर्ष विद्यालय अवधि में पड़ रहा है। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष बृजेश पाण्डेय ने महिला शिक्षिकाओं के महत्वपूर्ण पर्व को दृष्टिगत रखते हुए 15 मई को महिला शिक्षकों हेतु विशेष अवकाश घोषित करने की मांग की है।
प्राथमिक शिक्षक संघ ने दिए गए ज्ञापन में बताया है कि अप्रैल 2005 के बाद जनपद में नियुक्त शिक्षकों की एनपीएस कटौती माह नवंबर 2017 से हो रही है। परंतु कटौती की गई धनराशि शिक्षकों के प्रान खातों में प्रदर्शित नहीं हो रहा है और न ही सरकार द्वारा दिए जाने वाला एनपीएस अंशदान ही प्रदर्शित हो रहा है। जिससे शिक्षकों में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। संघ ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से माँग किया है कि शिक्षकों को एनपीएस कटौती एवं सरकारी एनपीएस अंशदान के विवरण को प्रान खातों में फीड कराया जाये। जिससे शिक्षकों को भविष्य में परेशानियों का सामना न करना पड़े और पारदर्शिता भी बनी रहे।
शिक्षक संघ ने शिक्षकों की परेशानियों को देखते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से अपील किया कि जनपद उन्नाव में वर्ष 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों का महँगाई बोनस अन्तर एवम् सातवें वेतन आयोग का एरियर सहित अन्य अवशेषों का भुगतान शिक्षकों के पीपीएफ खाते में न करके सीधे उनके सैलरी खाते में ही किया जाये। बताते चलें कि पीपीएफ खाता एक ऐसा निवेश है जिसमें सलाना एक निश्चित धनराशि ही जमा की जा सकती है। अवशेषों की भुगतान राशि निवेश सीमा से अधिक हो जाने पर बढ़ी हुई धनराशि को बैंक पुनः विभाग को वापस लौटा देता है। जिससे शिक्षकों को व्यर्थ की भागदौड़ करनी पड़ती है। व्यर्थ की भागदौड़ से बचने के लिए किसी भी प्रकार के अवशेषों का भुगतान शिक्षकों के वेतन खातों में ही किया जाए।
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