बगहा:-जब अमन और राजेश लौटाने लगे अपने पुरस्कार तभी भावुक हुए मंचासीन।।
बगहा संवाददाता दिवाकर कुमार
बगहा:-नैतिक जागरण मंच के सचिव सह प्रधानाचार्य निप्पू कुमार पाठक ने बताया कि ध्यान दीजिए यें वहीं अमन और राजेश हैं जिन्होंने नैतिक जागरण मंच की मेधा मूल्यांकन परीक्षा में सर्वाधिक अंक लाकर अपने माता-पिता के साथ साथ अपने कोचिंग का भी नाम बढ़ाएं और मैट्रिक के परीक्षा में भी अपना जलवा दिखाने से बाज नहीं आए ।पर गौर करने वाली बात है कि अमन और राजेश दोनों मलकौली वार्ड संख्या 2 के निवासी हैं। दोनों के परिवारिक स्थिति बद से भी बदतर है। अमन के दादाजी मोती दास आज भी आपको एक छोटे से बक्से में कड़का पट्टी और भांजा बेचते नजर आएंगे और उसके पिताजी ठेला पर बर्फ बेचते नजर आएंगे। वही राजेश के पिताजी किसी के यहां एक ईंट ढोते नजर आएंगे। ऐसे गरीब परिवार के बच्चे जब ऊंचाई की ओर बढ़ते हैं तब हमारा फर्ज क्या बनता है! बच्चे यह कह कर रोने लगे सर को पैसा देने के बावजूद भी प्रैक्टिकल कॉपी में हमें कम नंबर दिया गया। जिसके कारण हम से कमजोर बच्चों का नंबर हम लोगों के समक्ष आया और हम लोग अनुमंडल स्तर पर पिछड़े से दिखे। पैसा लेकर प्रैक्टिकल में नंबर देने का खेल वास्तव में होनहार बच्चों का भाग्य बिगाड़ रहा है ।हम सभी को पैसा लेकर के प्रेक्टिकल हमें नंबर देने इस प्रावधान को बदलना चाहिए। खासतौर पर सरकारी शिक्षक जो अपने यहां पढ़ने वाले बच्चों के मेधा को ना जानते हुए भी पैसे के आधार पर कमअंक देते हैं। उन्हें जरूर इस पोस्ट पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि आपके ही तरह में बच्चे को उत्साहित कर दूसरी ओर मोड़ सकता है । यें गरीब परिवार के वे बच्चे हैं जिनके पास रहने की जगह नहीं तो पेड़ कहाँ से लगाते ।यह हीं कारण रहा कि पुरस्कार स्वरूप मिला वृक्ष लगाने की जगह नहीं है ।ऐसा कह वे अपना पुरस्कार लौटाने लगे। जिससे मंचासीन सभी लोग भाव विभोर हो गए । पर वे जो भी कह गए । वह ध्यान देने योग्य है।क्या सच में प्रेक्टिकल में पैसा लेकर नंबर देने की परंपरा नंबर बच्चों की मेधा से खिलवाड़ नहीं कर रहा है। आप सभी शिक्षक इसे निश्चित तौर पर ध्यान दें कि एक होनहार बच्चा आपकी कलम की बदौलत कहां से कहां पहुंच जाता है ।अपनी मानसिकता बदले प्रैक्टिकल में पैसों के आधार पर नहीं बच्चों के मेहनत और उनके लग्न तथा उनकी मेधा के आधार पर अंक दें । जैसा कि आप सब जानते हैं क़्क़ शिक्षक के हाथ में राष्ट्र का भविष्य होता है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें