सूरज कुमार (प्रधान संपादक/राष्ट्रीय अध्यक्ष)
गैर रजिस्टर्ड कोचिंग सेंटरों की होगी जाँच।
उन्नाव : गली- कुचों में कोचिंग संचालित कर कमाई कर रहे संचालकों पर सरकार ने शिकंजा कसा है। डीआइओएस ने शहर क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में अमान्य कोचिंग संस्थानों को भी जांच के दायरे में लिया गया है। इस दौरान कोचिंग संस्थानों में सरकारी शिक्षकों की मौजूदगी पर भी नजर रहेगी। अमान्य कोचिंग संस्थानों के संचालको से जुर्माना वसूलने के साथ - साथ ही विभागीय कार्यवाई होगी।
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में 288 कोचिंग व ट्यूशन का पंजीकरण है। जबकि अकेले शहरी क्षेत्र में ही लगभग पांच सौ से अधिक कोचिंग व ट्यूशन संचालित है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकांश इन कोचिंग सेंटरों पर अधिकतम सरकारी कर्मचारी व सरकारी शिक्षकों की मौजूदगी है। शिक्षकों व बाबुओं की मदद से अमान्य कोचिंग संचालक विभाग को राजस्व की क्षति पहुंचा रहे है। जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने जिले भर में कोचिंग संस्थानों की जांच के निर्देश दिए है। जांच की जिम्मेदारी सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को सौंपी गई है। 25 जून तक निरीक्षण आख्या तलब की है।
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