बगहा:- बगहा दो प्रखंड स्थित टाउन हॉल में भाजपा नगर मंडल द्वारा बलिदान दिवस मनाया गया ।
बगहा संवाददाता दिवाकर कुमार
बगहा(23जून2018):-बगहा दो प्रखंड स्थित टाउन हॉल में भाजपा नगर मंडल द्वारा डॉ०श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस मनाया गया।बलिदान दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेणु देवी,सांसद सतीश चंद्र दुबे,महिला मोर्चा की नगर अध्यक्ष सुषमा सिंह,बगहा विधायक राघव शरण पांडेय, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अलका सिंह,क्षेत्रीय संगठन विस्तारक अनिल मिश्रा,जिला महामन्त्री अचिन्त्य कुमार,जिला उपाध्यक्ष मनोज सिंह ने सयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। साथ ही डॉ० श्यामा प्रसाद की फ़ोटो पर माल्यार्पण किया गया। मंच का संचालन निवेदिता मिश्रा व प्रिंस पाठक ने किया।वही बगहा विधायक श्री पांडेय ने बताया कि डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी नवभारत के निर्माताओं में से एक महत्त्वपूर्ण स्तम्भ हैं। जिस प्रकार हैदराबाद को भारत में विलय करने का श्रेय सरदार पटेल को जाता है, ठीक उसी प्रकार बंगाल, पंजाब और कश्मीर के अधिकांश भागों को भारत का अभिन्न अंग बनाये रखने की सफलता प्राप्ति में डॉ. मुखर्जी के योगदान को नकारा नहीं जा सकता। उन्हें किसी दल की सीमाओं में नहीं बांधा जा सकता क्योंकि उन्होंने जो कुछ किया देश के लिए किया और इसी भारतभूमि के लिए अपना बलिदान तक दे दिया। ऐसे दिव्य पुरुष की गौरवमयी गाथा को जन-जन तक पहुंचाना हमारा परम सौभाग्य होगा, ताकि भारत की युवा पीढ़ी डॉ. मुखर्जी के जीवन से प्रेरणा लेकर देश को उन्नति के नये शिखर पर ले जाए। वही वाल्मीकिनगर लोकसभा के सांसद श्री दुबे ने बलिदान दिवस पर बताया कि डॉ० श्यामा प्रसाद मुखर्जी आध्यात्मिक भी थे। वे अपनी माता पिता को प्रतिदिन नियमित पूजा-पाठ करते देखते तो वे भी धार्मिक संस्कारों को ग्रहण करने लगे। माँ से धार्मिक एवं ऐतिहासिक कथाएँ सुनते-सुनते उन्हें अपने देश तथा संस्कृति की जानकारी होने लगी।
वे माता-पिता की तरह प्रतिदिन माँ काली की मूर्ति के समक्ष बैठकर दुर्गा सप्तशती का पाठ करते। परिवार में धार्मिक उत्सव व त्यौहार मनाया जाता तो उसमें पूरी रुचि के साथ भाग लेते। गंगा तट पर वे मंदिरों में होने वाले सत्संग समारोहों में वे भी भाग लिया करते थे।वही महिला मोर्चा की नगर अध्यक्ष सुषमा सिंह ने सभी को धन्यवाद करते हुए बलिदान दिवस पर कही की डॉ० श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक महान शिक्षाविद,देशभक्त,प्रखर,राष्ट्रवादी,कर्मठ,मानवता के उपासक,चिन्तक और भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे।और आध्यात्मिक भी थे धार्मिक उत्सवों में पूरी रुचि के साथ भाग लेते थे। डॉ० मुखर्जी ने कहा था राष्ट्रीय एकता के धरातल पर ही सुनहरे भविष्य की नींव रखी जा सकती हैं।उनके कोटि कोटि प्रणाम करती हूं। मौके पर भाजपा के ऋतु जयसवाल,अमृतेश पाठक,भाजपा अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिला महामंत्री अभिषेक जयसवाल,पुनीता मिश्रा,सहित पयार्वरण प्रेमी गजेंद्र यादव,प्रिंस पाठक, विशाल पांडेय,रिपुंजय यादव व सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता व अन्य महिला उपस्थित रही।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें